तेरी यादों में खोई हूँ जबसे, हर ख़्वाब सुहाना लगता है। हर पल तेरा नाम पुकारती, मेरा दिल भी दीवाना लगता है। सोते, जगते, उठते, बैठते, हर पल होता सिर्फ ज़िक्र तेरा। जाने कैसी तुझसे लगन लगी, प्यार का अफसाना लगता है। जबसे तू मुझसे दूर गया, तन्हा रातें जागकर बिताई हूँ। दिल का मैंने चैन गंवाया, अब मुश्किल जी पाना लगता है। मेरी आँखें थक गई, तेरा राह तकते तकते इंतजार में। देर से ही सही पर आ जाते, अब घर भी वीराना लगता है। ♥️ Challenge-526 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।