भारत माँ के लाल तुम,वीर अमर बलिदानी, सादगी की मूरत तुम वीर अमर सेनानी, लाहौर ही नहीं तुमने हर भारतीय का दिल जीता, सादगी ऐसी की खत का खाली हिस्सा निकाल तुम सम्हाल रख लेते थे, दो फटे कुर्तों को जोड़ एक नया कुर्ता सी लेते थे, सलाम है लाल आपको।। शत् शत् नमन।। #अंकित सारस्वत# #LalBahadurShashtri