यहीं तक था सफर अपना ए मेरे हमराह, हँसते हँसते जुदा होना , ये भी तो एक इश्क़ है। आग से परवाने का रिश्ता ना पूछिये, जलते जलते फना होना , ये भी तो एक इश्क़ है । ye bhi ro ek ishq hai.. #kavishala