नमन मित्रो मुश्किले सब आशान सी जब नजर आने लगी। जब तेरी सुरतिया ख्यालो में नजर आने लगी।। हर लम्हा हर एक सय था बेगाना अब तलाक। अब तो हर भवरा हर काली गुनगुनाने लगी।। मुकेश चौधरी #dayend