देखता रहा उन्हें आंखो से ओझल होने तलक तुम तो बड़े ढीठ निकले वो गुज़र जाने वाले।। लौट तो आता किसी बहाने मुलाकात तो होती, रास्ते मैं घर बनाऐ बैठे एक जमाना गुजर गया।। - jivan Kohli ©खुले जहां के आजाद मुसाफ़िर #इंतजार #no #बेसब्री #nojato #nojohindi