गुलाब खिलने से पहले उसमे काँटें लगे होते हैं,
उस गुलाब तक पहुंचने के लिए तुम्हे काँटों का सामना करना पड़ता हैं,
ठीक उसी तरह किसी इंसान तक पहुंचने के लिए उसकी समस्या को समझना बहुत जरुरी होता हैं अन्यथा हम खुद ही दूसरों के चरित्र और स्वभाव का अनुमान लगाने लगते हैं!