हम उनको अपना खुदा बताते हैं। और वो हमें खुद से खफ़ा बताते हैं। हम उनकी हर एक अदा पे मर मिटे, और वो हमें खुद से जुदा बताते हैं। इल्म नहीं है उन्हें हमारी चाहत का, तभी शायद वो हमें बेवफ़ा बताते हैं। तोहमत हम पर लगा बड़े खुश हैं वो, और सरेआम खुद को ग़मज़दा बताते हैं। लिखे कितने 'गीत' उनकी मोहब्बत में, और वो हर आखर को झूठा बताते हैं। ©Sneha Agarwal 'Geet' #स्नेहा_अग्रवाल #sneha_geet #साहित्य_सागर #ग़ज़ल_सृजन