कुछ ख्वाईशें हमसे थी , कुछ ख्वाईशों से हम , ना ख्वाईशें पूरी हो सकी , ना पूरे हुऐ हम । ©Avaneesh Priyadarshi हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविताएं हिंदी दिवस पर कविता #AVANEESH