मेरी जगह है कहाँ.. पूछती है ये एक बूढ़ी माँ जिस घर के चौखट पर कदम रख कर आयी थी वो दुल्हन बनकर वो घर था उसके पिया का जहां बिताया सारा जीवन वो घर अब पराया क्यों है.. जहां जनम दिया उसने अपने ललने को दिया जिसे सर्वत्र प्रेम अपना सीचा उसने अपने प्रेम से, ममता कि वो मूरत आज बेघर क्यों है.. पूछती है ये एक बूढ़ी माँ मेरी जगह है कहाँ.. मेरी जगह है कहाँ! #मेरीजगह #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #सुचितपाण्डेय #suchitapandey मेरी जगह है कहाँ.. पूछती है ये एक बूढ़ी माँ जिस घर के चौखट पर कदम रख कर आयी थी वो दुल्हन बनकर