हिंदी हिंदुस्तान की बिंदी है जुबां पे रहे न रहे पर हर हिंदुस्तानी के दिल में बसती है. ये बातें जुबानी हो गयी है हिंदी अब कहानी हो चली है. इंग्लिश यहाँ शान से चलती है और हिंदी बस अपने दिवस पे याद आती है. पुरे साल गुमनामी में जीती है हिंदी, हिंदी दिवस पे रोती है. विदेशी भाषा की अब धूम है हिंदी अपने ही देश में चाट रही धुल है. कैसी ये विडंबना है हिंदी मातृभाषा तो है पर लगता मात्र एक भाषा है. यूं लगता है मानो हिंदी अब हिंदुस्तान की बिंदी न रही, बेटी हो गयी है. #yqbaba #YQDidi #हिंदी #हिंदुस्तान #हिंदीदिवस Raju Ranjan Bhaiya... Ummid hai Maine aapko nirash nhi kiya hoga.