🌼🌞🌞🌞🌞🌞🌼 कभी आशा की "खुशी" कभी निराशा का "गम" कभी कुछ खोकर कभी कुछ पाने की आशा शायद यही है जिन्दगी की "परिभाषा" 🌹🌞🌹सुप्रभात🌹🌞🌹 ---------------- ©Anshuman Singh Paribhasha