पूछोगे जो यूं सवाल तुम कैसे दूं तुमको जवाब मैं झूठी है ये सारी दुनिया खुद का सच खुद ही जनाब मैं तुम कहते तुमको चिंता है मैं कहता चिंतन मुझको मुझको मेरे हाल पे छोड़ो रुक नहीं सकता हिजाब में ॥ हृदयवाणी।श्रीकांत पचहरा #Freedom #MyLifeMyRight #GiveMeSomeSpace #poem #shayar #shayari #writtenbyme