अपने ऑफिस में बैठी वो लगती है ममता की मूरत जैसे कोई बैठी हो बहना लेकर हाथों में प्यार की सूरत बातें सबकी ध्यान से सुनती उनके हल भी प्यार से बुन लोगों में है जोश जगाती जीने की चाह है लाती मिलकर उनसे ऐसा लगे ज्यूँ परियों के वह देश से आई घुमा दे छड़ी जादू की जैसे सब के चेहरे पर मुस्कान है लाई तारीफ भी छोटी पड़ जाती उनके गुण हम जब भी गाएं क्या कहूं उनके बारे में खुशियों की देवी कहलाये ©Anita Mishra #nojotohindi #Taareefe