आसमाँ तन्हा रहा प्यासी तड़पती है ज़मीं, ढूंढती खुद में किसी को खुद में खुद की है कमीं, एक उसके साथ से ही तो सहारा है मिला, रात भी वरना सताती है मुझे ये शबनमीं। शबनमी रात। #yqdidi #yqhindi #yqhindikavita #hindikavita #shayari