हज़ार लोगों के बीच हम तन्हा, जैसे ख़ुशियों के बीच ग़म तन्हा। हूं बज़ाहिर मैं पुरसुकून बहुत, बज़्मे-हस्ती में है अलम तन्हा। मुस्कुराहट लबों पे लाज़िम है, दर्द दिल में नहीं है कम तन्हा। क्यूं परे है ख़ुदा निगाहों से, क्यूं ज़मीं पर है ये हरम तन्हा! #aliem #tanha #gham #bazmehasti #khuda #haram #dardedil