फिरऔन की है नमरूद की है, फूलों से जंग बारूद की है ! इस बार तो डरना नामुमकिन, इस बार तो बात वजूद की है ! मत समझो कि डर जायेंगे, मिट जायेंगे मर जायेंगे ! हम चीखेंगे चिल्लायेंगे पर काग़ज़ नहीं दिखायेंगे ! #CAA_NRCProtests मुहम्मद अशरफ खान