#cinemagraph#yqbaba#yqdidi#yqquotes#aestheticthoughts#paidstory प्रिय,
क्षमायाचना जी,
आपका इस धरती पर अवतरण,मानव जाति के लिए ईश्वर द्वारा प्राप्त बडी़ ही सम्मोहनीय देन है।आपके उपयोग मात्र से लोगों के मन के घाव मिटने लग जाते है। लोग गलतियों पर गलतियाँ करते है,और आप दौड़कर आ जाती है उन्हें बचाने। समय भी नहीं देती दो-चार कटू शब्द सुनने।
आपका भी विलगीकरण होना चाहिए बडी गलती के लिए बडी़ क्षमायाचना और छोटी गलती के लिए छोटी क्षमायाचना।पर यहाँ तो कोई नियम नहीं।
अगर आपका प्रयोग प्रकृति भी करने लगे तो वह दृष्य कैसा होगा,
बारिश को बरसने में देरी हो जाएगी तो कह देगी,रुकावट के लिए खेद है़..
नदी में बाढ आ जाए और उसने सीमा लाँघ दी तो वह भी कह देगी,क्षमा करे गलती हो गयी..
वास्तविकता तो यह है की मनुष्य ऐसा प्राणी है,जिसके अंदर अहम् की भावना कूट-कूट कर भरी है,वह गलती करता है,पर स्वीकार करना नहीं चाहता। Sorry,माफ करे या क्षमा कीजिए कहने में भी उसे काफी आपत्ति,संकोच होता है,पर फिर भी राह देखता है वह