तेरे शबनमी ओस की बूंदों में निखर गया भारी पड़ गए तेरे दिल के अल्फाज जब तोड़ा दिल तूने मेरा पत्ता पत्ता सरेआम हुआ मैं बिखर गया #Rose तोड़ दिया सजाने के लिए