जो तुमसे हमें बतलाना है, क्या बतलाए अब तुमसे, इस राज़ में क्या रखा है, कुछ बीति कुछ कहि कुछ अनकही, बातों को दबा कर रखा है, इक राज़ छुपा कर रखा है, इस राज़ को राज़ ही रहने दो, बतलाया तो नाजाने कैसा रंग लाएगा, जीवन का ये सफ़र न जाने किस ओर जाएगा, ख़ुशी मिलेगी या मिलेगा गम, तो क्यों न राज़ को राज़ रखा जाए, चलती का नाम ज़िन्दगी है, दिल खोलकर जिया जाए।। लिखने का मज़ा ही यही है। हम रोज़ अपने राज़ फ़ाश भी करते हैं और सब छुपा भी जाते हैं। Collab करें YQ Didi के साथ। #राज़दारी #yqdidi #yqbaba #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi