झील सी आँखें झील सी आँखे डूबने से डरते है इस आँखोकि कशिश में हम हर रोज मरते है इन आँखोंके सागर में हम ना चाहकेभी तेरे करीब आ जाते है फिर हर पल .......डुबते जाते है प्यार की कशिश