तुमने जब मुँह फेर लिया, तो उदासी ने मुझे घेर लिया।। मैंने सदैव तुम्हें अपना माना, लेकिन तुमने मुझे गैर किया।। तुमने सुनना ही नहीं कभी चाहा, मैंने जब भी तुम्हें टेर* लिया।। मैं प्रतीक्षा ही करता रहा मगर, हर बार तुमने ही देर किया।। मैंने तुझ पर इतना विश्वास किया, दुनिया! तूने उस पर पानी फेर दिया।। लेकिन मैं फिर भी तेरा हूँ" मनु" चाहे तुमने मुझसे कितना भी वैर किया।। *टेर=पुकार (स्वरचित) #मुँहफेरलिया #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi