कभी फ़ुरसत से आना, बहोत सी बातें करनी हैं तुमसे,
अपनी खामोशियों के किस्से सुनाने हैं,
अपने दिल से ज़ुबान तक के फासले मिटाने हैं,
कुछ मेरे जज़्बात पुराने, कुछ नए एहसास सुनाने हैं,
मेरी उम्मीदों के किस्से, क्यों दर्द थे मेरे हिस्से,
अल्फ़ाज़ मेरे लबों पे हैं पर कुछ चुप से,
अपने लफ़्ज़ों की आग़ोश में लेना इनको..
कुछ देर ठहर जाना #yqbaba#yqdidi#फुरसत#तुम_और_मैं