जरा सोचो हाथ खाली क्यों जिस धन ने सब छीन लिया उसकी करते रखवाली क्यों धन भावना का केंद्र बिंदू है? जरा सोचो संबंधों से हटकर समाज का तुम छवि बनकर क्या योगदान रहा है अबतक सभी असमाजिक एकाकी हैं? निश्चय ही विकसित से ऊपर प्राकृतिक होगा। सुप्रभात। ज़रा सोचो, क्या ये दुनिया वही दुनिया है, जैसी हम बनाना चाहते थे। #ज़रासोचो #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #poetry