India in 5 Words स्वयं का विचार यदि एक जंगल में अनेक प्रकार के पेड़, पौधे, लताएँ अनेकों विभिन्नताओं के बावजूद बिना किसी विरोधी भाव के आपस में सहायक होते हैं, तो एक राष्ट्र में अनेक धर्म के लोग आपस में समन्वयात्मक रूप से पारस्परिक एकता के साथ एक-दूसरे के सहायक क्यों नही हो सकते हैं ? आशुतोष तिवारी ✍️ अनेकता में एकता 🇮🇳