मेरे दिल को तब से कुछ फबता नहीं जबसे तू कह गया तेरा मेरा राब्ता नहीं दिल गया, चैन गया और गई रातों की नींदें सही कहते थे लोग इश्क़ करना सस्ता नहीं रंज-ओ-ग़म लिए फिरता हूं मैं अपने साथ लोग कहते है तू पहले जैसे हंसता नहीं तन्हाई में तू इस कदर याद आता है जाम उठा लूं तो फिर नीचे मैं रखता नहीं #thoughtwriter