बात उन दिनों की है जब सब तरफ से परेशानियां घिरी हुई थी पार्ट -1 ।।।। तो लिखा है दर्द की इस कगार पर पहुंच गए हैं सहने की सीमा को पर कर गए हैं , ऐसा कभी होता है क्या इतनी परेशानियों ने घेरा है कि हैरान कर हैं जीना दुश्वार हो गया है एक वजह हो तो फरमाए सांस लेना भी दूभर कर गए हैं अब मर भी जाएं तो कोई गम नही इतने अफसाने हैं की जिंदगी से चाहत खतम कर गए हैं ये शरीर भी जवाब देने लगा है जानी ऊपरवाले पर एतबार कैसे करूं ये तकदीर मेरे जिस्म के साथ दिल को भी चकनाचूर कर गए हैं ©NISHA DHURVEY बीते हुए मुश्किल घड़ी part-1#Dark