#DearZindagi सोंचा था तुमने कभी यूँ बिछड़ जाएंगे, पूरे हो न पायेंगे, सपनें यूँ बिखर जाएंगे, बारिश से गिरती बूंदों की तरह, रेत में हम कहीं खो जाएंगे, ज़माना ज़िल्लत रीवाज़, नाम पे इनके शैदाई क़ुरबां हो जाएंगे, इक वक्त था इक पल न गुजरता था, आता कभी अब वो इक पल नहीं, इक दुनिया थी जो हमारी थी, इस दुनिया मे कोई अपना नज़र आता नही, इतने कमज़ोर न थे हम, आज जाने क्यूँ बुज़दिल हुए, मुहब्बत क़ाबिल न थी शायद, खूं के रिश्ते संगदिल हुए, आज फिर कसम खा लो, हर वादा निभाएंगे, मुलाक़ातों से मुहब्बत जवां होती है, हम यादों से दिल बहलायेंगे, न सोंचना कभी हम यूँ बिछड़ जाएंगे, मुस्कुरायेंगे हमारे दिल, जब इक दूजे को याद आएंगे... #Dj_mylines