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गुस्ताख सर्द रातें यूं ही निकल जाती है और सड़क किन

गुस्ताख सर्द रातें यूं ही निकल जाती है
और सड़क किनारे ये हाथ फटे कम्बल में संभल जाते हैं plz donate clothes and blanket to roadside people.....
गुस्ताख सर्द रातें यूं ही निकल जाती है
और सड़क किनारे ये हाथ फटे कम्बल में संभल जाते हैं plz donate clothes and blanket to roadside people.....