Nojoto: Largest Storytelling Platform

न्याय सही-गलत सब कुछ जानता और समझता है। मजबूर है प

न्याय सही-गलत सब कुछ जानता और समझता है।
मजबूर है पर वह भी, आंखों पर पट्टी बांधे रहता है।

भावनाओं से नहीं, इसे सबूतों से फैसला सुनाना पड़ता है।
कभी बेकसूर को सजा देता, कभी गुनहगारों को छोड़ता है। OPEN FOR COLLAB

✓challenge by  ias guideline

Ias guideline में आपका स्वागत है🙏 

✨हमेशा रचनात्मक और अधिक लिखने की कोशिश करें
न्याय सही-गलत सब कुछ जानता और समझता है।
मजबूर है पर वह भी, आंखों पर पट्टी बांधे रहता है।

भावनाओं से नहीं, इसे सबूतों से फैसला सुनाना पड़ता है।
कभी बेकसूर को सजा देता, कभी गुनहगारों को छोड़ता है। OPEN FOR COLLAB

✓challenge by  ias guideline

Ias guideline में आपका स्वागत है🙏 

✨हमेशा रचनात्मक और अधिक लिखने की कोशिश करें