मेरे लफ्जों में जान अभी बाकी है शान से जिंदगी जीने की चाह अभी बाकी है वक्त बुरा तु कितना भी हो ले मेरे दोस्तों का साथ ही तुझ पर भारी है ashutosh upadhyay #dost #ashutoshupadhyay