आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था इन आंखों से वो ओझल हो गया शायद टूटा हुआ कोई तारा था इन हांथो से वो ओझल हो गया शायद छुटा हुआ कोई सहारा था लहरो से डरकर ना कदम अपना पीछे किया वो कोई और नही बस डूबा हुआ कोई किनारा था... इन आँखों से