फिर भी क्यों कशीश है ज़िंदगी से.. ख़लिश - चुभन कशिश - लगाव, खिंचाव ................................... इक ख़लिश जाती नहीं, क्यूँ ख़ुशी रास आती नहीं। #ख़लिश #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi