यार-ए-गराँ का आमद जैसे आया हो फरिश्ता, गुफ्तगू मे हलावत उसकी, सुनहरे गेसूं कपोल पर झूम रहा, इख्लास से भरी बातें उसकी, मानो हो कोई साजिंदा, अब्बल दर्जे के नटखट है वो, जाँ-ए-करार की बजाए ऱोज़ तंग करते हैं वो, प्यार आया है उनपे के चूम लूंँ होंठ उसके। ♥️ Happy Kiss Day ♥️ 🎀 Challenge-478 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 🎀 इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए।