मेरा कलम आज-कल काफी गुस्से में है मन इसका एक तलवार बनने को उद्वेलित है - कलम के मन की बात --- " काट दूँगा हर वो हाथ जो बेटी-बहुओं पर उठेगी फोड़ दूँगा वो आँख जिसमें स्त्रीयों के लिए इज्जत न दिखेगी घृणास्पद विचारों से नाता तोड़ दे ऐ पुरूष वरना तुम सब की गर्दन और धड़ अलग-२ हो धरा पर तड़पेगी । #saturdaythought #kavishala #nojoto #nojotohindi