मन ने तेरा व्रत लिया ! ●●●●●●●●● जिनके सच्चे प्यार ने, भर दी मन की थोथ ! उनके जीवन में रहा, हर दिन करवा चौथ !! ●●●●●●●●● हम ये सीखें चाँद से, होता है क्या प्यार ! कुछ कमियों के दाग से, टूटे न ऐतबार !! ●●●●●●●●● मन ने तेरा व्रत लिया, हुई चांदनी शाम ! साथी मैंने कर दिया, सब कुछ तेरे नाम !! ●●●●●●●●● मन में तेरा प्यार है, आँखों में तस्वीर ! हर लम्हें में है छुपी, बस तेरी तासीर ! ●●●●●●●●● अब तो मेरी कलम भी, करती तुमसे प्यार ! नाम तुम्हारा ही लिखे, कागज़ पर हर बार ! ●●●●●●●●● मन चातक ने है रखा, साथी यूँ उपवास ! बुझे न तेरे बिन #परी, अब सौरभ की प्यास!! ●●●●●●●●● तुम राधा, मेरी बनो, मुझको कान्हा जान ! दुनिया सारी छोड़कर, धर लें बस ये ध्यान !! ●●●●●●●●● मेरे गीतों मैं बसी, बनकर तुम संगीत ! टूटा हुआ सितार हूँ, बिना तुम्हारे मीत !! ●●●●●●●●● माने कब हैं प्यार ने, ऊँच-नीच के पाश ! झुकता सदा ज़मीन पर, सज़दे में आकाश !! ●●●●●●●●● ✍ डॉo सत्यवान सौरभ ©Mukesh VIP. मन ने तेरा व्रत लिया ! ●●●●●●●●● जिनके सच्चे प्यार ने, भर दी मन की थोथ ! उनके जीवन में रहा, हर दिन करवा चौथ !! ●●●●●●●●● हम ये सीखें चाँद से, होता है क्या प्यार ! कुछ कमियों के दाग से, टूटे न ऐतबार !! ●●●●●●●●●