बड़ी खामोश है दुनियां जो दिलों की बात करती है, अगर इश्क जो कर लो तो सरे आम कहती है, चूकती है नहीं किसी पे कीचड़ उछालने से, भले ही अपना घर वो खाक करती है, बड़ी खामोश है दुनियां.....! दिलों का हाल ऐसे पूछे मरहम लगा करके, भर जाए जख्म ऐसा ये होने न देती है, कब ये क्या करती है कोई जाने ये कैसे, बड़ी बेखौफ जीती है इश्क को मार देती है, बात जब भी इश्क की हो ये दुनिया पूज लेती है, मगर इश्क जादों को कभी न मिलने देती है, बड़ी खामोश है दुनियां.....! बड़ी खामोश है दुनिया.....!