समस्याओं के घाट पर हम यूं ही उतर जाते हैं हम समस्याओं के घाट पर, बिनां सोचे कदम बढाते हैं जब जिदगीं की राह पर, गुज़र जाते हैं लम्हे वो भी समस्याओं के लेकिन नहीं उबर पाते खाइ हुइ चोटों के जख्मों से दिल पर। यूं ही उतर जाते हैं हम समस्याओं के घाट पर, उलझते चले जाते हैं फिर एक के बाद एक पार कर।। ©Miss poojanshi #AdhureVakya #fivelinespoetry