अल्फ़ाज़ सदियों से ख़ामोश पड़ी राहों में शोर मचाते हैं यही, दिल के जज़्बात को सभी के सामने भी लाते हैं यही, सुलझ जाती हैं कई उलझने इन्हीं अल्फाजों के साए में, तो कभी इन्हीं अल्फाजों से ही रिश्ते बिगड़ जाते हैं यहीं, बंया कर जाते हैं यह चोरी छिपे समाज की उस सोच को, जिसकी आड़ में छिपकर इंसानियत से ही धोखा करता है कोई, अंदर तक तोड़कर भी हम बाहर से संभल जाते है, इन्हीं अल्फाजों से हम जमाने में निखर जाते हैं sunshine #अल्फाज #nojotoletter #कलम #दिल_की_बात #दिल #letter