प्रकृति की गोद में हर ज़ख्म दिल का गवाह है कुछ टूटने का, किसी का साथ छूटने का। ©Nritya Gopal ज़ख्म दिल के दिखते नहीं पर चुभते बहुत हैं। #शायरी#poetry#ishq#love#breakup