“क्या ज़रूरी हैं कि हम हार के जीते ग़ज़ाली , इश्क़ का खेल हैं बराबर भी तो हो सकता ” ~ग़ज़ाली #Gül@@m é Àlì F@kéér Mú@vìy@ z@f@r g@z@lì