जिंदगी भी आम हो गई दुआ और सलाम हो गई नफरतो का भी असर देखो इसी मे शुभा और शाम हो गई.. गजब की हवा चली जमाने मे अब तो लोग भी बैठे है शुभा और शाम को बताने में जो जहा भी हो सलामत रहे क्योकि खुशियाँ भी चल पड़ी जताने मे। 👍सतीश गुप्ता👍 ©satish gupta 29.sep 2022 #Dark