मेरे फ़ोन की रिंगटोन अब बदलकर "पहला नशा पहला खुमार" हो गयी थी होता भी क्यों नहीं, आख़िर दिल उल्फ़त की गिरफ्त में आ चुका था,वो मुस्कुराता चेहरा इस तरह मेरे दिल में उतर गया था के मेरी धड़कनें अब उसी के धुन में धड़कने लगी थी, वो झील सी आंखें ,जिनमें डूबने का ख़ुमार गज़ब का था ,वो लहराती जुल्फें और वो अदाएँ, बड़े नाज़ों से ख़ुदा ने बनाया था उन्हें ,बस....मेरे लिए 😊 #pehla_pyaar #पारस #ख़ुमार #खुदा #मुस्कुराहट #चेहरा