क्यों अंजाम-ए-मोहब्बत समझते हो उनके अंदाज़-ए-मोहब्बत को, कही न कही तुम भी गुनाहगार होंगे उनकी बेरुखी के लिए....!! #yqdidi #mythoughts #YourQuoteAndMine Collaborating with Pragya Pandey