एकबार बारिश क्या हुई सारे चेहरे साफ हो गए ।हर चेहरा मुस्कराया , उस बारिश में भीगने में सबको मज़ा आया । ऐसा लगा इस बारिश का तो लोगो को बरसो से इंतज़ार था,जो अब जाके ख़त्म हुआ था ।जिधर भी नजरे घूमी उधर ही लोग जश्न मनाते दिखे,सभी झूम रहे थे एक बार मेरी आंखे क्या बरसी हर चेहरे साफ़ हो गए । बस तभी सारी शिकायते खत्म हो गई ,सारी नाराज़गी दूर हो गई ,अब ना किसी से नाराज़गी रहती हैं,और किसी के लिए प्यार ,सब अंदर से खाली ,खाली सा हो गया कुछ महसूस नही होता । कोई बात करे तो ठीक , ना करें तो भी कोई फर्क नहीं,जब अपनेपन का धोखा था तभी तक सारी उम्मीदें थीं ,जब कोई अपना ही नहीं है तो गैरो से उम्मीद लगाना मेरी आदत नही। ©hidden girl ek baar ankhe kya barsi sabko maza aya #Life_Experiences #Nonoto #Drops Anshu writer