Nojoto: Largest Storytelling Platform

बिछड़के तुझसे हम क़रार पा न सके, बहार ढूँढने निकले

बिछड़के तुझसे हम क़रार पा न सके,
बहार ढूँढने निकले थे खिजां के मौसम में,

बहार आई चमन में मगर अफ़सोस रहा,
वो गुल ही सूख गए, जो बाहर पा न सके!

#PravejSabri P@mmi

©Written By Pravej Sabri #Roses   Ambika Jha
बिछड़के तुझसे हम क़रार पा न सके,
बहार ढूँढने निकले थे खिजां के मौसम में,

बहार आई चमन में मगर अफ़सोस रहा,
वो गुल ही सूख गए, जो बाहर पा न सके!

#PravejSabri P@mmi

©Written By Pravej Sabri #Roses   Ambika Jha