Nojoto: Largest Storytelling Platform

हूं आज भी भटक रहा, इन अंधेरों में मैं जहां मैंने

हूं आज भी भटक रहा,
इन अंधेरों में मैं

जहां मैंने कभी मुझको छोड़ा था।

है अफ़सोस आज भी मुझको
क्यों बीच सफ़र में छोड़ा था।।

              -        सौरभ पांचाल #_अफ़सोस_
हूं आज भी भटक रहा,
इन अंधेरों में मैं

जहां मैंने कभी मुझको छोड़ा था।

है अफ़सोस आज भी मुझको
क्यों बीच सफ़र में छोड़ा था।।

              -        सौरभ पांचाल #_अफ़सोस_