part-2 Truth Story--> सैहजादी का सुन कर नाम बंजारे ने किया सलाम उल्फत कर गई अपना काम,दिल ने दिल को दिया पयाम सच कहते हैं सारे लोग बोहोत बुरा हैं प्रेम का रोग ये जिनको लग जाता हैं चैन उसे कब आता हैं बंजारे ने सैहजादी के दिल मे आग दी एक था बंजारा एक थी सैहजादी... हींरे-मोती लेकर साथ सैहजादी आयी एक रात कहने लगी मै हुँ तैयार छोड़ दिया मैने घर-बार बंजारे ने कहा नहीं हींरे-मोती फेको यही प्यार मे जीना मरना हैं दौलत को क्या करना हैं प्यार मे पल मे दुनिया की ऊँची दीवारे गिरा दीएक था बंजारा एक थी सैहजादी.. उन दोनों की प्रेम कहानी कहती हैं ये वादी एक था बंजारा एक थी सैहजादी... सामाप्त ©( k-h ) ~"Aakash Mehra".. वो आख़री दिन.. #UnderTheStars