आगे एक और बेटी भी बैठी है जरा संभल कर देना सब पर तुम जैसा तो नहीं फिर भी दहेज कभी न देना आगे एक और बेटी भी बैठी है सबकों अपनी बेटी मान कर चलना लड़का ही देखना कोई भिखारी न चुनना सब कुछ देख कर ही दुल्हा चुनना आगे एक और बेटी भी बैठी है जरा संभल कर देना... ! ©usha #दहेज