लगे रहो तुम हमारी शख्सियत मिटाने में, एक दिन तुम्हारी हैसियत भी हम मिटाएंगे.. बनी बनाई ईमारतों पर राज करो तुम, अपनी झोपड़ियों के पुआल, हम खुद जुटाएंगे... ©Nishank Pandey #झोपड़ी