देखना जिस दिन मुहब्बत में कदम रक्खेंगे हम ज़ुल्फ़ का कैदी तुम्हें अपना बना रक्खेंगे हम होश में चाहे रखोगे तुम ज़माने की ख़बर बेखयाली में कहाँ सबकी ख़बर रक्खेंगे हम।। ©azma khan #fisherman